सफलता का राज ये है कि “जिंदगी चुनावों का परिणाम है”
सफलता का राज
जी हाँ दोस्तों जिंदगी चुनावों का परिणाम है। हम किसी लोक सभा या विधान सभा के चुनावों की बात नहीं कर रहे हैं, हम यहाँ बात कर रहे हैं आपके जिंदगी के चुनावों की। आप जीवन में कैसे फैसले लेते हैं इसी से आपकी अच्छी या बुरी जिंदगी का निर्धारण होता है।
जब आप पर कोई कठिनाई आती है तो आप क्या चुनाव करते हैं ? आप सोचेंगे कि ये मज़बूरी है तो आप कमजोर हो जायेंगे और आप उस कठिनाई से निकल नहीं पायेंगे लेकिन अगर आप सोचेंगे कि ये मज़बूरी नहीं ये जरुरी है, जी हाँ ये कठिनाई जिंदगी में जरुरी है तो आप उठकर खड़े हो जायेंगे और हर कठिनाई पर काबू पा लेंगे।
जिंदगी चुनावों का परिणाम है, ये आप पर निर्भर है कि आप क्या चुनाव करते हैं कठिनाइयां मज़बूरी हैं या जरुरी हैं.. इसका चुनाव खुद आपको करना है।
आप अपनी परिस्थिति को दोष देते हैं कि मेरी परिस्थिति अच्छी नहीं है, कोई कहता है कि मैं परिस्थितियों से मजबूर हूँ तो मैं एक सुन्दर सी बात आपसे कहना चाहूँगा –
“मैं घूमता रहा ताउम्र परिस्थिति बदलने को ग़ालिबजिस दिन मनःस्थिति बदली परिस्थिति खुद बदल गयी”
अपनी मनःस्थिति को बदलिये फिर परिस्थिति खुद ब खुद बदल जायेंगी।
अच्छी सोच का चुनाव करिये क्योंकि अच्छी सोच से आते हैं अच्छे विचार और अच्छे विचारों से अच्छा होता है आपका व्यव्हार और अच्छे व्यव्हार से बढ़ता है आपका व्यापार।
तो अच्छा व्यापार चाहिए तो अच्छी सोच को चुनिये, अच्छे विचारों को चुनिये।
आज हर इंसान अपनी जिंदगी में परेशान है, कोई अपना बॉस बदलना चाहता है, कोई अपनी बीवी बदलना चाहता है तो कोई अपने दोस्तों को बदलना चाहता है। आप अपनी मनस्थिति को बदलिये। लोग कहते हैं कि कंपनी में हम तो सिर्फ कर्मचारी हैं लेकिन कंपनी में भी लोगों का विकास होता है। ऐसे कई लोग हैं जो कंपनी में छोटे कर्मचारी के रूप में जाते हैं और आगे चलकर कंपनी के CEO और मैनेजर तक बन जाते हैं।
अपनी मनस्थिति को बदलिये परिस्थिति खुद बदल जायेगीअपनी मानसिकता को बदलिये वास्तविकता खुद बदल जायेगी
जिंदगी चुनावों का परिणाम है, ये बात मैं बार बार इसलिये कह रहा हूँ ताकि ये बात आपको याद हो जाये कि “जिंदगी चुनावों का परिणाम है” और जब कोई कठिन परिस्थिति आये तो आपको मेरी ये बात जरूर याद आ जाये।
जब मुसीबतें आती हैं तो कुछ लोग दूसरों पर दोष लगाना शुरू कर देते हैं और वहीं कुछ लोग नया सीखना शुरू कर देते हैं। ये चुनाव आपको करना है कि मुसीबतों में आप दोष लगाते हैं या कुछ मुसीबतों से कुछ सीखने की कोशिश करते हैं।
जो लोग कहते हैं कि ये परेशानी है, वो परेशान हो जाते हैंजो लोग कहते हैं कि नहीं ये चुनौती है वो उठ कर खड़े हो जाते हैं और डट कर सामना करते हैं।
जिंदगी चुनावों का परिणाम है और चुनाव केवल आपको करना है। लोग कहते हैं कि मुझे मौका नहीं मिला या मुझे अवसर नहीं मिला तो मेरे दोस्त इस दुनिया में कोई आपको मौका नहीं देगा ये मौका या अवसर आपको खुद चुनना है, अपने फैसलों से और अपने विचारों से।
दोस्तों आज हमने एक गंभीर विषय पर चर्चा की जिसका विषय था “जिंदगी चुनावों का परिणाम है” तो ये आर्टिकल आपको कैसा लगा ? क्या आपने इसे सिर्फ एक कहानी की तरह पढ़ा या फिर इससे आपकी जिंदगी में कुछ सुधार होगा ? अपने जवाब हमें कमेंट जरूर करिये।
इस बात को मन में गाँठ की तरह बाँध लीजिये कि जिंदगी चुनावों का परिणाम है
No comments