समस्याएं है तो जीवन है || Inspirational Story in Hindi ||

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समस्याएं है तो जीवन है || Inspirational Story in Hindi ||



हम सब को लगता है कि यार कितनी समस्याएं हैं जीवन में. एक को सुलझाओ तो दूसरी उलझ जाती है. क्या करे इनके लिए?
जी हाँ  दोस्तों आइये समझते हैं इस छोटी सी कहानी से. 




ये कहानी है एक अजय नाम के युवक की जो की छत्तीसगढ़ की एक गाँव में रहता था. एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था. सब कुछ ठीक चल रहा था परन्तु वह जिंदगी से खुश नहीं था. उसे लगता था कि वह हर समय किसी-न-किसी परेशानी से घिरा हुआ है और वो इन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहता था.




एक दिन उसे पता चला कि शहर में एक फ़क़ीर बाबा की काफिला आया हुआ है जो कि हर समस्या का समाधान करते हैं. अजय भी बहुत उम्मीद लेकर उनके पास पहुंचा. वह उस दिन उस फ़क़ीर बाबा के पास सुबह से पहुँच गया था, लेकिन वहा इतनी भीड़ थी कि उसका नंबर आते-आते शाम हो गई. शाम हुई वह फ़क़ीर बाबा के पास पहुँचा और उसने बताया की मेरी जिंदगी में बहुत समस्याएं हैं. कभी जॉब के परेशानी, कभी परिवार में कलह हो जाती है, तो कभी स्वास्थ्य की चिंता रहती है. तो मतलब एक परेशानी खत्म होती नहीं कि दूसरी शरू हो जाती है. 

फ़क़ीर बाबा ने सुना और कहा कि बेटा आज बहुत रात हो गई है, मै आपकी समस्या का समाधान कल बताऊंगा. तब तक तुम क्या मेरा काम करोगे? तो बड़ा उत्साहित होकर कहा कि हां बिलकुल करूंगा. तो फिर फ़क़ीर बाबा ने कहा कि काफिले में 100 उटें हैं. आज उसकी देख-रेख करने वाला बीमार तो वह छुट्टी पर है. तो तुम आज आज उन सभी ऊँटो का देखभाल करोगे. जब सभी ऊंट बैठ जाये तो तुम उसके बाद सो जाना. 


इनता कहकर बाबा तो अपने तम्बू पर चले गए. अगले दिन सुबह बाबा ने पूछा - 'नींद कैसे आई!' तो अजय बोला मै तो एक पल भी नही सोया. एक ऊंट बैठता था, तो दूसरा खड़ा हो जाता था और कुछ ऊंट तो बैठने का तो नाम ही नही ले रहे थे. बाबा मुस्कुराए और बोले मुझे पता था यही होगा क्योंकि आजतक ऐसा कभी नही हुआ कि 100 की 100 ऊंट एक साथ बैठ गए हो. 


अब अजय थोडा सा नाराज हुए और बोले कि ये बात जब आपको पता तो यह काम मुझे क्यूँ दिया? तो बाबा बोले असल में कल रात में ये जो तुम्हारा अनुभव है न, यही तुम्हारे समस्या का समाधान है, तुम्हारे सवाल का जवाब है. अजय बोला कैसे? बाबा बोले देखो अब कल रात में क्या हुआ? कुछ ऊंट तो अपने आप ही बैठ गई, कुछ ऊंट की आपने प्रयास करके बिठाया और कुछ ऊंट ऐसे भी थे जो तुम्हारे अथक प्रयासों से भी नही बैठे. लेकिन जब तुम उस जगह से चले गए तो कुछ समय बाद वे अपने आप ही बैठ गए. 


जीवन की समस्याएं भी ऐसे ही है. कुछ अपने आप खत्म हो जाएगी, कुछ को तुम अपने प्रयासों से खत्म कर लोगे और कुछ जो प्रयासों पर भी खत्म नही होती, उसे समय पर छोड़ दो. सही समय आने पर वो खुद खत्म हो जाएँगी. 






जब तक जीवन है तब तक समस्याए, परेशानिया बनी रहेगी. कभी कम, कभी ज्यादा. हमें चाहिए कि हम हर समय समस्यायें के बारे में न सोचे. बल्कि खुश होकर जीवन का आनंद लें. 
G-one Gyan के साथ एक नई सोंच, नई जानकारी

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